Tuesday, June 9, 2015


कृषक करें एस.आर.आई. विधि से धान की खेती-श्री एम.एल. ठाकुर

        कृषि महोत्सव कार्यक्रम के दौरान आज दिनांक 08.06.2015 को कृषि क्रान्ति रथ ने तेन्दूखड़ा विकासखण्ड के ग्राम समनापुर, दरौली और कोड़ल का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान प्रत्येक ग्राम में कृषक संगोष्ठी का आयोजन कर कृषको को उन्नत तकनीकी की जानकारी दी गई, सर्वप्रथम ग्राम समनापुर मे कृषको को भ्रमण दल प्रभारी श्री एम. एल. ठाकुर द्वारा कृषि महोत्सव कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुये उसके फायदे कृषको को बतलाये गये, इसके बाद उन्होने धान की एस.आर.आई विधि जिसमें एक एकड़ में मात्र दो किलो स्वस्थ बीज ही बुवाई के लिये पर्याप्त है। इस विधि में धान के पौधों की रोपाई मात्र सात से आठ दिन के अवस्था में एक स्थान पर केवल एक पौधे की ही रोपाई की जाती है। इसमें पौधे से पौधे की एवं कतार से कतार की दूरी 25 सेमी. रखी जाती है। सामान्य विधि की अपेक्षा इसमें दुगना उत्पादन मिलता है।
कृषि वैज्ञानिक डाॅ दीक्षित द्वारा जायद की फसल मे लगने वाले कीट एवं रोग प्रबंधन एवं आगामी खरीफ सीजन की तैयारी ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई एवं मिटटी परीक्षण नमूना एकत्र करने की विधि कृषको को बतलाई गई इसके बाद वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री पी.के. श्रीवास्तव द्वारा कृषि विभाग की योजनाओ के बारे मे बतलाकर उसमे दिये जाने वाले अनुदान के बारे मे कृषको को विस्तार पूर्वक बतलाया, कार्यक्रम के अंतिम ग्राम कोड़ल मे संबधित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री के. आर. सोनी द्वारा कृषको को आगामी खरीफ सीजन मे बोई जाने वाली फसलो के बीज का अंकुरण परीक्षण करने के पश्चात बोने की सलाह दी गई, उर्वरक के अग्रिम उठाव के बारे मे कृषको को बतलाया गया, उद्यानिकी विभाग द्वारा कृषको से अपनी जमीन के 10 प्रतिशत भाग मे उद्यानिकी फसले लगाने की सलाह दी गई, पशुपालन विभाग द्वारा बरसात होेने से पहले पशुओ मे फेलने वाली संक्र्रामक बीमारियो के टीकाकरण के बारे मे विस्तार पूर्वक बतलाया गया।




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